सिंचाई विभाग के जेई, एई, ईई,ने लगा दी थी कई मवासी घाम,
उपर वाले ने समय पर सुन ली, नहीं तो लग सकते थे कई घरों पर ताले।
सिंचाई विभाग के जेई, एई, ईई,ने लगा दी थी कई मवासी घाम,
उपर वाले ने समय पर सुन ली, नहीं तो लग सकते थे कई घरों पर ताले।
न्यू बस अडडे पर बन रही पार्किगं पर अब नये सिरे से बन रहे हैं 3 पिलर बिम्ब
क्या पहले डिजाइन में नहीं दिये गये थे ये पिलर बिम्ब।
पक्की सैटरिंग की जगह लगायी गयी थी कच्ची सैटरिंग।
जो छत डालते समय पर भर- भराकर धडाम से गिर गयी नीचे । जिसमें दो लोग हुए थे घायल बाकि लोगों ने भाग कर बचाई थी जान।
फिर से बनायी जा रही है। पार्किगं ।
साथीयों आज जनपद रूद्रप्रयाग के मुख्यालय के न्यू बस अडडे पर बन रहीं टैक्सी पार्किगं पर लोग आधुनिक इंजीनियरिंग पर सवाल खडें कर रहे हैं। सवाल आधुनिक इंजीनियरिंग पर उठा रहे हैं क्येंकि जिला मुख्यालय और मुख्यालय के पास न्यू बस अडडे पर बन रही टैक्सी पार्किगं का काम सिंचाई विभाग के आधुनिक इंजीनियर पर उठ रहे हैं क्येंकि दो सप्ताह पहले ये पार्किगं लैंडर/छत डालते समय भर भराकर नीचे गिर गयी थी जिसमें पार्किगं का एक हिस्सा नीचे गिर कर टूट गया था। तब सवाल केवल सैटरिंग पर उठ रहा था तब यह बताया जा रहा था कि पार्किगं में पक्की सैटरिंग की जगह कच्ची सैटरिंग लगायी थी जो धडाम होकर सीधें नाले में समा गयी।
नाले में समाते ही इस टूटती पार्किगं के साथ दो लोग घायल हो गये थे और अन्य लोग भाग खडे हुए थे। जिस पर जांच चल रही है और एक बार फिर से नये तरीके से पार्किगं का निर्माण कार्य चल रहा है। आधुनिक इंजीनियरों द्धारा बार- बार पार्किगं का नक्शा बदला जा रहा हैं, जेई एई और ईई , में आपसी ताल मेल न होना सबसे पहले देखा गया। कहां पर क्या होना है, क्या डिजाइन है क्या जब नक्शा ड्रृईगं बनायी गयी होगी तब और अब में बदलाव किया जा रहा है। हर समय मैप को बदला जा रहा है। जो आज देखने को मिल रहा है जैसे एक बार फिर से बन रही पार्किगं में सर्पोट के तौर पर तीन नये खडे पिलर बिम्ब दिये जा रहे हैं क्यें पहले इन बिम्बों को नही दिया जा रहा था।
दूसरा सवाल खड़ा होता है, कि कच्ची सैटरिंग से काम चल जाता तो पक्की सैटरिंग का पैसा का गोलमाल हे जाता और कुछ दिन बाद ये पार्किगं नीचे गिर कर कई परिवारों की मवासी घाम लगा देतीे। और सवाल खडे ठेकेदार पर उठाते।
तीसरा सवाल जब मीडिया द्धारा जेई और एई को पूछा गया कि इसमें पक्की सैटरिंग थी कि कच्ची तो उनका जबाब था पक्की सैटरिंग तो पहले क्यों नहीं लगायी गयी पक्की सैटरिंग।
चौथा सवांल -जो सर्पोट तीन खडे पिलर बिम्ब अब दिये जा रहे हैं वो पहले क्यें नहीं दिये गये। क्यें डिजाइन में इन बिम्बों को शामिल नहीं किया गया अब क्यो याद आयी।
पांचवा सवाल -बेलनी वार्ड के पूर्व सभासद एवं बर्तमान में निर्विरोध सभासद सुरेन्द्र रावत ने क्यों लगाये जेई पर सीधे – सीधे भष्ट्रृचार के आरोप ये भी सवाल खडें होते हैं।
छठवां सवाल क्या जेई ये कह रहे हैं कि मेरे को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
सांतवा सवाल क्यों नहीं हई अभी तक जांच पर कार्यवाही जनता जानना चाहती है।
पुनः एक बार फिर से पार्किगं का निर्माण कार्य नये तरीके से जारी है। क्या इस पर रिवाईज स्टमेट बनाया गया है टूटी पार्किगं की भरपाई के लिए जनता का पैसा एैसा ही बहा दिया जायेगा। क्या उसी में होगा अगर रिवाईज इस्टमेट बनाया गया है तो फिर वसूली जबाब देही अधिकारीयों से क्यें नहीं वसूल किया जा रहा है। अभी आगे -आगे होता है क्या ये देखने और जाने वाली बात होगी और सवाल और भी खडे होगें। फिलहाल के लिए अबके लिए इतना ही —–