
केदारनाथ में हो रही जमकर बर्फबारी ।
उच्चय हिमालय क्षेत्रों में भी बर्फबारी और बारिश।
दुगलविटटा चोपता तुंगनाथ मिनी स्वीजरलैण्ड में जमकर बर्फबारी।
पहाड़ों में मौसम ने ली करवट केदारनाथ में हो रही लगातार बर्फबारी।
जनपद में कई स्थानों पर हो रही है बारिश।
मौसम बदलने से ठन्ड फिर से लौट कर आई है।
कल देर रात से मौसम में बदलाव देखने को मिला और दिन दोपहर होते होते घने बादल छाने लगे और एका एक हल्की बारिश होने लगी ।फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम बदलने से किसानो ंऔर होटल व्यवसायों के चेहरे में एक बार फिर से रौनक लोट आयी है। बर्फबारी का दीदार करने वाले पर्यटकों के लिए खुशी की खबर है।तो वहीं पहाड़ों मे ंसूख रहे जलस्रोत एक बार फिर से रिचार्ज होने की उम्मीद जागी है।
पहाडां में मौसम के बदलने और बारिश और बर्फबारी के कारण मायूस हुए चेहरे एक बार फिर से खिल उठे हैं किसानों की रवी की फसल खराब होने के कगार पर थी पानी के स्रोत सूखने के कगार पर थे, नदियों का जलस्तर धीर-धीरे कम होता जा रहा था। अच्छी बारिश न होने के कारण पहाडों में एक बार जल्दी आग लगने का डर सताने लगा था। पहाड़ सूखे नजर आने लग गये थें। दिन में गर्मी होने लगी थी सुबह सायं ही ठन्ड लग रही थी, लेकिन एक बार पहाड़ों में मौसम बदलने से सभी के चेहरों में रौनक लौट आई हैं। सर्दी जुखाम बुखार और धूल धक्कड़ से लोग परेशान थे। अगर ये बारिश एक दो दिन तक चलती हैं तो निश्चित तौर पर हिमालय में सूख रहे ग्लेशियर और बर्फबारी से ग्लेशियरों को नया जीवनदान मिलेगा। क्येंकि मैसम परिवर्तन होने के कारण हिमालय में बर्फबारी न होने के कारण नदी नाले भी सिकुड गये थे।नदीयों में कम पानी ही दिखाई दे रहा था, जलस्तर कम होने से चिंता सता रही थी। लेकिन एक बार फिर से मौसम ने जो करवट ली हैं उससे काश्तकारों से लेकर बैज्ञानिको ने भी राहत की सांस ली है।