प्रकृति हमेशा अपना बैलेंस बनाती हैं, पहाड़ो में बिछी सफेद चॉदर
प्रकृति हमेशा अपना बैलेंस बनाती हैं, पहाड़ो में बिछी सफेद चॉदर
पहाड़ों में मौसम ने एक बार करवट बदला है, लम्बे अन्तराल के बाद एक बार पहाड़ों में हल्की बारिश होने से मौसम खुशनुमा हो चला है तो वहीं उच्चय हिमालयी क्षेत्रें में हुई बर्फबारी से ग्लेशियरों को नया जीवनदान मिला है। हिमालय में पहाड़ काले पड़ गये थे क्योंकि बिना बारिश और बर्फबारी के हिमलाय की चोटियॉ काली दिखाई दे रही थी। अब बर्फबारी होने से नदीयों को भी नया जीवनदान मिल जायेगा। क्योंकि नदीयों में भी पानी की कमी साफ दिखने लगी थी नदी नाले झरने सूखने के कगार पर आ गये थे। पहाड़ों जगल और रवी की फसल पूर्णतः से सूख गयी थी पानी की किल्लत भी आने लगी थी। लेकिन एक बार मौसम मेहरवान होने से थोड़ा बहुत राहत आमजनमानस से लेकर प्रकृति एवं हिमालय को भी मिली है।
अगर बर्फबारी कि बात करें गंगोत्री, यमुनोत्री,केदारनाथ मद्धमहेश्वर, तुंगरानाथ चन्द्र शिला, हरियाली काठां, तो बद्रीनाथ के साथ ओली मे भी बर्फबारी हुई हैं जिससे पर्यटकों के चेहेरे में रौनक लौट आयी है। अब पर्यटक बर्फ का दीदार करने के लिए पहाड़ो ंकी ओर रूख करेगें तो वहीं ओली में विंटर ग्रेम्स की भी सम्भावना बन गयी है। भले ही अभी बर्फबारी हल्की हुई है। लेकिन अभी मौसम साफ नहीं हुआ है। और बर्फ गिरने की सम्भावना है।