मॉ पिता का साया उड़ने के बाद भी केशव ने हार नहीं मानी
केशव की अनोखी कहानी,
मॉ पिता का साया उड़ने के बाद भी केशव ने हार नहीं मानी,
प्रेरणा का श्रोत बना केशव डोभाल
रूद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि विकास खण्ड़ के कठैत गॉव का केशव डोभाल की कहानी वर्तमान समय के लिए अजीबो गरीब के साथ -साथ हमारे समाज के लिए प्रेरणादायक भी हैं, केशव और उसकी बड़ी बहन के सर से मॉ पिता का साया उड़ चुका है दोनों भाई वहिन अपने चाचा के साथ ही है लेकिन जब केशव की मॉता का देहान्त हुआ उस समय केशव का हाई स्कूल की बोर्ड की परीक्षा चल रही थी और चार दिन पहले उसकी माता का देहान्त हो गया लेकिन केशव ने हार नहीं मानी और मॉ को सच्ची श्रद्धाजंलि के साथ साथ क्रिया क्रम कर हाई स्कूल की बोर्ड की परीक्षा देकर उत्तराखण्ड राज्य में स्कूल का नाम और अपना नाम रोशन कर स्कूल को सूचीबद्ध कर 92 प्रतिशत अंक हासिल कर क्षेत्र के साथ साथ पूरे जिले में इन परिस्थितियों में क्षेत्र का नाम रोशन किया सुनये पूरी कहानी आज उनको दिल्ली विश्वविघालय में हिन्दी के प्रोफेसर डा0 हरेन्द्र असवाल द्धारा स्कूल में इन बच्चों को समानित किया हैं सुनिये पूरी कहानी देखिये मेरे साथ