भैरव सेना के अध्यक्ष अशोक सेमवाल ने पुलिस के संरक्षण में किया मीट की दुकान का पर्दाफास

चारधाम यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर बेचा जा रहा है मांस मदिरा।
भैरव सेना के अध्यक्ष अशोक सेमवाल ने पुलिस के संरक्षण में किया मीट की दुकान का पर्दाफास।
कई कुन्तल मीट मिला मीट की दुकान पर
केदारनाथ धाम की पवित्र आस्था पर लगा रहे है कि कई विधर्मी लोग पलीता।
नैपाली मूल के निवासी और अन्य प्रदेश के लोग कर रहे हैं इस प्रकार का घृणित कार्य
गुप्तकाशी जैसे धार्मिक आस्था वाले स्थान पर बेचा जा रहा है मांस मछली।
गुप्तकाशी में दुकान को लाइसेंस किसने दिया। इसका भी पर्दाफास होना चाहिये।
एंकर-केदारनाथ धाम की यात्रा पवित्र यात्रा मानी जाती है इस धाम के अलावा भगवान के पंच केदारां की यात्रा भी अब सुचारू हो जायेगी कल भगवान मद्धमहेश्वर भगवान के कपाट कल ठीक 11 बजे देश विदेश के श्रद्धालुओं े लिए खोल दिये जायेगें। और ग्रीष्मकालीन यात्रा सुचारू हो जायेगी इस चारधाम यात्रा में देश विदेश के धार्मिक आस्थावान श्रद्धालु पावन पवित्र यात्रा पर आते हैं लेकिन कुछ शरारती तत्व है कि इस यात्रा को अपवित्र करने में अपनी पूरी भूमिका निभाने में दिन रात लगे हुए है।
बीओं – केदारनाथ यात्रा में भैरव सेना जो लगातार भगवान केदारनाथ धाम की यात्रा को पवित्र यात्रा चलाई जाय इसके लिए लगातार प्रयास कर रहा हैं लेकिन कुछ विधर्मी लोग लगातार केदारनाथ के विभिन्न पड़ावो पर तस्करी के तहत मांस मछली और शराब का रात दिन तसकरी कर रहे है। आज अशोक सेमवाल ने गुप्तकाशी में पुलिस को फोन कर गुप्तकाशी जैसे धार्मिक स्थान जहां काशी विश्वनाथ मदिर हैं जहां से भगवान शिव ने गुप्तवास लिया था आज भी इस स्थान को पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में पूजा जाता है। लेकिन जिला पंचायत रूद्र्रप्रयाग द्धारा पूर्व में कहा गया था कि हम लोग केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले किसी पडाव पर मांस मछली बेचने का लाइसेंस नहीं देगें लेकिन गुप्तकाशी में आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से गुप्काशी मंदिर से 50 मीटर की दूरी पर मीट की दुकान खुली है। और फ्रीजर में मांस मछली अन्य अवैधानिक सामग्री रखी गयी है तो वहीं तस्करी करने वाले नैपाली मूल के लेग लगातार माल ले जाने के लिए दुकान में बैठे हुए है। पहले भी सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड में पुलिस अधीक्षक रूद्रप्रयाग द्धारा सख्त कार्यवाही करने के लिए दिया गया हैं और कई कुन्तल मीट मछली को डिस्प्यूट किया गया है लेकिन कुछ शरारती तत्व इसमें ज्यादा कीमत में बेचने में पैसा मुह मांगा मिल जाता हैं इस लिए इस धन्धे मे लगे हुए हैं जिसका भैरव सेना लगातार इसका विरोध कर रही है।