गौरीकुंड सोनप्रयाग में केदार घाटी की उपेक्षा किए जाने पर शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन धरना एव पुतला दहन
गौरीकुंड सोनप्रयाग में केदार घाटी की उपेक्षा किए जाने पर शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन धरना एव पुतला दहन।
केदारघाटी में प्रदेश सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा, मुख्यमंत्री का पुतला किया दहन।
केदारघाटी में इस समय जबरदस्त उबाल हैं यह उबाल उत्तराखण्ड़ सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ हैं आज केदारघाटी की उपेक्षा किये जाने र शासन प्रशासन के खिलाफ गौरीकुण्ड ओर सोनप्रयाग में धरना प्रर्दशन और पुतला दहन किया गया।
आपको बताते चले कि चारधाम यात्रा को लेकर केदारघाटी में व्यापार संघ द्धारा शासन प्रशासन का विरोध जारी है। व्यापार संघ के पदाधिकारीयो ने आरोप लगाया कि सरकार द्धारा केदारघाटी उपेक्षा की गयी हैं चारधाम यात्रा शुरू होते ही केदारघाटी का व्यापार ठप्प कर दिया है। गढ़वाल कुमाउं कर चारधाम की यात्रा को रोकर कुमाउॅ में भेज दिया गया जिससे प्रथम चरण की यात्रा से आम व्यवसायी परेशान है। तो वहीं दूसरे चरण की यात्रा आपदा की भेंट चढ़ गयी तो रही सही कसर जिला प्रशासन द्धारा पूरी कर दि गयी। 31 जुलाई से सोनप्रयाग से लेकर गौरीकुण्ड का मार्ग आज तक नहीं खुल पाया। जिससे यात्रा करने वाले लोगों को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा हैं व्यापार ठप्प्प हो चुका है। आज व्यापर संघ के बैनर तहत केदारघाटी में घोड़ा खच्चर डंडी कण्डी, व्यापारीयों ने धरना प्रर्दशन किया तथा रैली निकालकर सरकार का दहन किया और अपने नारजगी जाहिर की।