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चित्रकूट धाम में एआरसीएल ट्र्स्ट का स्वास्थ्य शिविर

एआरसीएल ट्रृस्ट के सौजन्य से जन स्वास्थ्य सेवा शिविर का आयोजन चित्रकूट धाम में।
विशेषज्ञ डाक्टरां के माध्यम से किया गया शिविर में निशुल्क जांच एवं इलाज
एक माह तक की फ्री दवाई भी मरीजों को निशुल्क दी गयी।
शिविर में कैंसर एवं हृदय एंव त्वचा रोग जैसे बडे विशेषज्ञ भी पहॅूचें शिविर में।
उत्तराखण्ड़ के जनपद रूद्रप्रयाग में सुमेर पुर में 2006 में स्थापित चित्रकूट धाम से प्रचलित ट्रृस्ट पिछले 16 सालों से मानव सेवा के लिए काम कर रहा है, ट्रृस्ट का मुख्य उद्धेश्य जन सेवा ही सवसे बड़ा धर्म है।एआरसीएल ट्रृस्ट पिछले 3 साल से लगातार निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करता आ रहा है और इस शिविर में बडे- बडे विशेषज्ञ डाक्टरां की टीम को बुलाकर लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क सेवा भाव कर दवाई एक्सरे, पैथोलाजि,जैसी सुविधाये देकर लोगों का इलाज कर रहे हैं। जिनका इलाज यहां नहीं हो सकता उनका इलाज इंद्रेश हास्पिटल एवं अन्य अस्पतालों में स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से निशुलक किया जाता है।

आज एआरसीएल ट्रृस्ट के द्धारा चित्रकूट धाम में एक दिवसीय शिविर का आयेजन किया गया जिसमें दूर दराज से बीमार, गम्भीर विमार लोगों के लिए निशुल्क गाड़ी का इंतजाम एवं खाने का इंतजाम इलाज का इंतजाम ट्रृस्ट द्धारा किया गया। शिविर में 1 हजार से भी ज्यादा लोगों ने अपना परीक्षण कराया और स्वास्थ्य लाभ जानकारी जुटाकर डाक्टरो ंसे परामर्श लेकर सेवा ली।
एआरसीएल के मुख्य ट्रृस्टी संस्थापक एसआर मुंदरा ने कहा हम लोग मुख्य रूप से बीकानेर कलकत्ता के रहने वाले हैं। उनके द्धारा रूद्रप्रयाग के निकट सुमेरपुर में जगह ले कर गंगा के किनारे चित्रकूट धाम के नाम से ये धाम चल रहा है नर सेवा ही मानव सेवा हैं के नाम से काम कर रहा है। इस धाम में एक रात में 70 से 80 लोग रात्रि विश्राम करते हैं। ये ऋृषिकेश से और बद्रीनाथ और केदारनाथ के मध्य में हैं। यहां साधू सन्त रात्रि विश्राम करने के बाद फिर चार धाम यात्रा को चले जाते हैं हम लोग सभी को निशुल्क भेजन और रात्रि विश्राम कराते हैं। हम निरन्तर 16 सालों से सेवा भाव दे रहे हैं।चित्रकूट धाम में राम लक्ष्मण सीता और सप्तऋृषि एवं हनुमान शिव की मूर्ति विराजमान है और साल में नवरात्रों में इस स्थान पर राम कथा का आयोजन किया जाता है।
आज हमारे द्धारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। और एक बार फिर से मन में है कि हम लोग स्वास्थ्य को देखते हुए उत्तराखण्ड के गांव -गॉव मे जाकर एक स्त्रीरोग विशेषज्ञ की टीम बनाकर सेवा दे क्यां कि गांव की महिलायें अपने आप में कुछ नहीं बोल पाती है।और रोगग्रस्त हो जाती है इस लिए हम सोच रहे है कि भविष्य में हम लोग इस ओर ध्यान दे रहे है और बृहद रूप से कार्य करेगें।
डा0 अजीत तिवारी कैसंर रोग विशेषज्ञ
डा0 फरजान हृदय रोग विशेषज्ञ
एसआर मुंदणा संस्थापक
राजेश मु्रदणा ट्रृस्टी
बीके माहेश्वर रिटार्य हाइकोर्ट के जज
स्वामी मैथली शरण जी।

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