राहत भरी खबर –16 दिन बाद खुल पाया मयाली गुप्तकाशी छेनागाड़ मोटर मार्ग छोटे वाहनों के लिए खुला।

राहत भरी खबर
16 दिन बाद खुल पाया मयाली गुप्तकाशी छेनागाड़ मोटर मार्ग छोटे वाहनों के लिए खुला।
28 अगस्त को आई आपदा की तबाही ने सब कुछ तहस नहस कर दिया था क्षेत्र में।
9 लोगों की जान चली गयी थी इस आपदा में अभी तक नहीं मिल पाई एक भी मृतक की डेंड बाड़ी।
सर्च अभियान लगातार जारी।
हरेन्द्र नेगी
स्लग- 16 दिन बाद खुला मार्ग
एबीबी
एंकर- रूद्रप्रयाग जनपद के जखोली विकास खण्ड़ के तहसील बसुकेदार क्षेत्र में 28 अगस्त को सुबह 3 बजे मूसलाधार बारिश और बादल फटने के बाद पूरा क्षेत्र तहस नहस हो गया था। यहां तक कि पैदल रास्ते भी आपदा पीडित गांव तक जाने के लिए नहीं बचे थे। किसी तरह लोगों ने अपने घर छोड़ कर जान बचाकर भाग कर शरण ली थी जिसमें कई लोगों के घर पूर्ण तह से छतिग्रस्त हो गये थें तो कहीं घरों को दरारे आ गयी है तो कहीं गॉवों में गांव के नीचे और उपर दरारे आकर लोगों अपने घर छोड दिये थें और सरकारी विधालयों में अपनी शरण ले रखी थी जिला प्रशासन द्धारा लगातार लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढाये यहां तक अन्य प्रदेशों ने भी मदद कि तो वहीं भारत सरकार की टीम ने भी इन गावों का दौरा कर अपनी रिर्पोट भारत सरकार को भेजी। जिसके एबज में प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड 12 सौ करोड़ रूपये का आपदा राहत बजट दिया। जो कई मदों में खर्च होगा।
अगर सड़क मार्ग की बात करें तो स्टेट हाईवे मयाली छेंनागाड़ गुप्तकाशी पूरी तरह से तहस नहस हो गया और आज एक बार फिर से 16 दिन बाद छोटे वाहनों के लिए ख्ुल पाया जो एक बहुत बडी चुनौती थी जिसका समाधान हो पाया। अब लोग आसानी से यातायात कर पायेगें यहां तक कि लोगों प्रसब पीडा वाली महिलाओं का भी हेलीकाप्टर के माध्यम से रेसक्यू किया गया था। जो अब राहत भरी खबर हैं
आशा नौटियाल विधायक केदारनाथ