आधुनिक इंजीनियरिंग का एक और कमाल आज चमोली गोबिंद घाट में दिखा लोकनिर्माण विभाग द्धारा बनाया जा रहा पुल धड़ाम
आधुनिक इंजीनियरिंग का एक और कमाल आज चमोली गोबिंद घाट में दिखा लोकनिर्माण विभाग द्धारा बनाया जा रहा पुल धड़ाम।
लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियर कह रहे हैं पुल तिरक्षा हुआ टूटा नहीं जबकि पुल नदी में झुल रहा है।
चमोली जनपद में सिखों के तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाले एक मात्र मार्ग पर लोकनिर्माण विभाग द्धारा लोहे का पुल बनाया जा रहा पुल धड़ाम होगा गया है। आज आधुनिक इंजीनिरिगं पर सवाल खडें हो रहे हैं लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियर इससे पुल तिरक्षा होना बता रहे हैं तस्बीरें झूठ नहीं बोलती आपको ले जाते हैं आज गोबिंद घाट जहां ये पुल तिरक्षा हो रखा है या टूटा हुआ है—-
सिखों के तीर्थ हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए गोविंद घाट में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जा रहा लोहे का पुल टूट गया है यद्यपि कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग के अनुसार पुल टूटा नहीं है बल्कि निर्माणाधीन इस पुल के का 12 मीटर हिस्सा तिरछा हुआ है
बता दें कि आगामी 25 में से श्री हेमकुंड साहब की यात्रा शुरू होने जा रही है उससे पहले निर्माण अधीन मोटर पुल के टूट जाने के कारण यात्रा में आने वाले तीर्थ यात्रियों को आवागमन में परेशानी हो सकती है
बता दें कि 5 मार्च को सुबह 10:15 बजे पहाड़ी टूटने के कारण गुरुद्वारा गोविंदघाट के पीछे अलकनंदा नदी के ऊपर बना मोटर पुल टूट गया था जिस कारण से लोक निर्माण विभाग ने गुरुद्वारे से कुछ दूरी पर लोहे का एक वैली ब्रिज बनाने की कवायत शुरू की थी , लेकिन आज दोपहर लगभग सवा 1:00 बजे इस निर्माणधीन स्कूल का 12 मी हिस्सा टूटकर अलकनंदा नदी में गिर गया है यद्यपि लोक निर्माण विभाग की टेक्निकल टीम के अनुसार लोहे के वाली ब्रिज बनाने के दौरान कॉम्पोनेंट्स जोड़ते समय संभवत कोई क्लैंप ढीला रह गया जिस कारण से पुल का 12 मीटर का हिस्सा झुक कर अलकनंदा नदी में झुक गया है
लोक निर्माण विभाग की टेक्निकल टीम की माने तो आगामी 10 से 15 दिन में इस झुके हुए हिस्से को रिपेयर कर दिया जाएगा
बता दें कि आगामी 25 में से श्री हेमकुंड साहब की यात्रा शुरू होने जा रही है और हेमकुंड को जाने वाले तीर्थयात्री किसी पुल से गुजर कर अलकनंदा नदी को पार करेंगे