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12 साल की मिस्टी को बनाया ब्राण्ड एैम्बेस्डर,

12 साल की मिस्टी को बनाया ब्राण्ड एैम्बेस्डर,
वेस्ट मैनेजमैन्ट कूडा कचरा को इक्कटा कर
प्लास्टिक कचरे को इक्कठा कर दे रही हैं प्लास्टिक से बचने और सफाई का संदेश।
नंगर पंचायत और क्षेत्र के लोग सराह रहे हैं उसके काम।
एंकर-12 साल की आयु में जब खेलने कूदने की उम्र होती हैं। तब मिस्टी जिसका स्कूल का नाम कनिष्का हैं और वह समाज में अपनी मिशन की ओर चल पड़ती है। यह मिशन छोटा बड़े से मतलब नहीं रखता हैं यह मिशन एक विश्व को संदेश देता है। जहां पूरे विश्व के लोग देवभूमि के दर्शन के तौर पर श्रद्धालु और पर्यटक के रूप में आते है। उससे ओमकारेश्वर यानि पंचकेदारों की भूमि उखीमठ कहते हैं।

इसी स्थान से थोड़ी दूर पर एक गॉव हैं मंगोली जिसमें 12 साल की मिस्टी ने अपने गॉव के आस पास एक दिन 12 ग्राम पंचायतो ंका एक बड़ा सम्मेलन हुआ और इस स्थान पर चारांे ओर कचरे का ढेर लग गया, जब उसने देखा कि चारांे ओर कचरे के ढेर लगा हुआ हैं और प्लास्टिक विखरा हुआ हैं। तो उसने चुप चुपा मन में सोचा कि इससे किस प्रकार से साफ किया जाय वह अपने मिशन पर लग गयी और साफ करते 4 से पांच बडे़ बडे बोरे प्लास्टिक का कचरा इक्कठा कर दिया और नगर पंचायत को इस कचरे को ले जाने की बात कहीं तब नगर पंचायत उखीमठ को पता चला कि एक 12 साल की मिस्टी ने यह काम किया तो वह हैरान रह गये जिस काम को नगर पंचायत ने करना था वह काम मिस्टी अकेले कर गयी तो नगर पंचायत के अधिकारी कर्मचारी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि हैरान रह गये। तो उन्होने मिस्टी के कार्य को अपना मिशन बनाने के लिए उससे उखीमठ नगर पंचायत का ब्रॉड़ एैम्बेस्टर बना डाला अब जहां भी कचरे का ढेर रहता हैं और कुछ भी प्लास्टिक कचरा विखरा रहता है। तो वहां मिस्टी को फोन आ जाता हैं या मिस्टी फोन कर सूचना दे देती है। मिस्टी के घर में ये प्रेरणा उसके ताई के द्धारा दी गयी है। उसकी ताई पूनम देवी कहती है। कि मिस्टी एक होनहार और समझदार लड़की है। हमने एक बार उससे गांधी जी की कहानी सुनाई थी उससी से उसेने प्रेरणा ली और वह मिशन पर जुट गयी। घर में उसके पापा नहीं है मॉ और छोटा भाई हैं लेकिन ताई का भरपूर प्यार मिलने पर ताई को ही वे मम्मी पापा कहते हैं और अपने ताई के साथ ही ज्यादातर समय विताते है।
कल उखीमठ में एक कार्यक्रम था जिसमें मिस्टी केा सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप सिहं रावत द्धारा एक स्मृति चिहन और सहायता धनराशि से मच पर सम्मानित किया गया।इससे महसूस किया जा सकता है कि जिस छोटी सी मिस्टी को नगरपंचायत जैसे क्षेत्र का ब्रॉड एैम्बेस्डर बनाया गया हो वह आगे जागे कि समाज मंे किस प्रकार से काम करेगी इसकी बान्गि आगे दिखाई देगी
वाइट- पूनम देवी नौटियाल मिस्टी की ताई
वाइट-मिस्टी
वाइट- मनोज बेन्जवाल प्रधानमंत्री द्धारा मन की बात में इनकी सराहना कि गयी हैं। क्षेत्र में इनके द्धारा वेस्ट मैनेजमैंट के लिए मिशन चलाया जाता है।

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