विश्व के सबसे ऊंची चोटी पर विराजमान शिव के धाम में दरार,व झुकाव
तुंगनाथ पर विशेष –
विश्व के सबसे उंची चोटी पर विराजमान शिव के धाम में दरार,व झुकाव
गर्भ गृह के सभा मण्ड़प की प्लेटें खिसक रही है, जमीन में हो रहा भूध्साव,
मंदिर समिति के अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, करवाई सर्वे,
विश्व की सबससे उंची चोटी पर विराजमान पंच केदारों में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ जी के मंदिर के गर्भ गृह के सभामण्डप की छत और दीवारों पर दरारे आ रही है। जिसकेा लेकर मंदिर समिति तथा तीर्थ पुरोहित और स्थानीय हकहकूकधारीयों ने चिन्ता व्यक्त की है। तथा ब्रदीकेदार मंदिर समिति से इसकी जांच व ठीक करने लिए प्रस्ताव भेजा है।
विश्व विख्यात पंच केदारों में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ जो विश्व की सबसे उंची चोटी पर विरामान शिब का एक अकेला मंदिर है। जहां वर्ष भर श्रद्धालु भगवान तुंगनाथ जी के दर्शनों के लिए पहॅूचते है। हॉलिकी शीतकाल में यह मंदिर बंद हो जाता है लेकिन श्रद्धालु तुंगनाथ एवं चंदॅ्रशिला के दर्शन के लिए यहां पहॅूूचते हैं भगवान शिव के बाहु भाग के दर्शन श्रद्धालु इस स्थान पर करते है। यह स्थान पर्यावरण की दृष्टिी से काफी संवेदनशील है। इस स्थान भारत सरकार पर्यावरण मंत्रालय के परिमीशन के अलावा कोई कार्य नहीं किया जाता है। इस लिए यहां पर कार्य करना बहुत ही कठिन हो जाता है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने कहा कि मंदिर समिति ने सज्ञान लिया हैं और जौलीकल और भूगर्भीय सर्वे के लिए कहा गया हैं वे जल्दी ही सर्वे करने के बाद अपनी रिर्पोट मंदिर समिति और शासन को भेज देगें जिससे जल्द से जल्द मंदिर के झुकाव व कारणों की जानकारी लेकर उसी के आधार पर कार्य किया जायेगा।